Vadodara Bridge Collapse: गुजरात के वडोदरा जिले के पादरा तालुका के मुझपुर के पास स्थित गम्भीरा पुल का एक हिस्सा बुधवार सुबह अचानक ढह गया, जिससे पांच से छह वाहन महिसागर नदी में गिर गए। इस हादसे में कम से कम 8 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि अब तक 5 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है।

Vadodara Bridge Collapse:-हादसे की जानकारी
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि हादसे के समय पुल पर दो ट्रक और दो वैन सहित कई वाहन मौजूद थे। यह पुल केंद्रीय गुजरात और सौराष्ट्र को जोड़ता है और 1985 में उद्घाटित किया गया था।
उन्होंने बताया कि पुल की नियमित मरम्मत होती थी, लेकिन हादसे के असली कारण की जांच की जाएगी।
बचाव कार्य जारी
हादसे के तुरंत बाद वडोदरा फायर ब्रिगेड, स्थानीय नागरिकों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। अब तक 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि बाकी लोगों की तलाश जारी है।
NDRF की टीम मौके पर विशेष बचाव उपकरणों के साथ भेजी गई है। मौके से आए वीडियो में पुल का पूरा स्लैब दो पिलर के बीच से पूरी तरह ढहा हुआ नजर आ रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम को तत्काल घटनास्थल पर भेजने और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि घटना की गंभीरता से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
गम्भीरा पुल की जानकारी:
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स्थान: वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है
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लंबाई: 900 मीटर
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पिलर संख्या: 23
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निर्माण वर्ष: 1985
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नदी: महिसागर
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प्रमुख उपयोग: सौराष्ट्र और मध्य गुजरात के बीच संपर्क
जनता में आक्रोश
इस घटना ने सोशल मीडिया पर जनता के बीच भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग सवाल कर रहे हैं कि इतने पुराने पुल की समुचित जांच और मरम्मत क्यों नहीं की गई? विशेषज्ञों का मानना है कि यह हादसा राज्यभर के पुराने पुलों के स्ट्रक्चरल ऑडिट की आवश्यकता को दर्शाता है।
निष्कर्ष
गम्भीरा पुल हादसा एक दर्दनाक घटना है जिसने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। अब जरूरी है कि इसकी सही जांच हो, दोषियों को सजा मिले और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।