Rs 450 Crore Bank Loan Frauds: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को 450 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले में बड़ा कदम उठाते हुए मुंबई, गोवा, पुणे और चेन्नई में 15 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई Talwalkars Better Value Fitness Limited (TBVFL) और उसके निदेशकों के खिलाफ दर्ज FIRs के आधार पर की गई है।
🔍 क्या है पूरा मामला?
TBVFL, जो कभी भारत की सबसे बड़ी फिटनेस और जिम चेन थी, पर Axis Bank और Laxmi Vilas Bank को कुल 450 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
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Axis Bank को ₹206.35 करोड़ की धोखाधड़ी
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Laxmi Vilas Bank को ₹180 करोड़ की चपत
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अब तक 5 से ज्यादा FIRs दर्ज की जा चुकी हैं
🏠Rs 450 crore bank loan frauds छापों में क्या मिला?
ED की टीम ने TBVFL के निदेशकों और प्रबंधकों के ठिकानों पर छापे मारकर कई अहम सबूत बरामद किए:
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₹200 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज
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₹8 लाख नकद
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डिजिटल डिवाइसेस और खातों की जानकारी
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मुंबई, नागपुर और गोवा में फ्लैट, बंगले, विला की जानकारी
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विदेशों में निवेश के सबूत
💸 कैसे की गई फंड की हेराफेरी?
ED के मुताबिक, TBVFL और इसके प्रमोटरों ने लोन की रकम को शेल कंपनियों के जरिए घुमाया और:
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फर्जी वेंडर पेमेंट के नाम पर पैसा ट्रांसफर किया
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प्रमोटरों की कंपनियों को फंड डायवर्ट किया गया
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शेयर सब्सक्रिप्शन प्रीमियम और रॉयल्टी के जरिए पैसा निकाल लिया
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NCDs और टर्म लोन की रकम को गैर-कानूनी निवेशों में लगाया
⚖️ जांच जारी
ED की जांच अभी जारी है और यह मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज केस है। एजेंसी जल्द ही इस मामले में संपत्ति कुर्की और गिरफ्तारी की कार्रवाई भी कर सकती है।
📌 निष्कर्ष:
450 करोड़ रुपये का यह घोटाला सिर्फ एक वित्तीय अपराध नहीं, बल्कि देश के बैंकिंग सिस्टम पर एक बड़ा हमला है। ED की यह कार्रवाई निश्चित रूप से ऐसे अपराधों के खिलाफ एक सख्त संदेश है।
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